tag:blogger.com,1999:blog-3745339968896356639.post7116230245447512710..comments2023-04-08T17:41:46.022+05:30Comments on दीपक भारतदीप की अंतर्जाल पत्रिका: भर्तृहरि शतकः सहायता करने वाले दिखावा नहीं करतेदीपक भारतदीपhttp://www.blogger.com/profile/14727354455089892030noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-3745339968896356639.post-76741262582666812562008-10-22T08:36:00.000+05:302008-10-22T08:36:00.000+05:30बिना याचना किये सूर्य नारायण संसार में प्रकाश का द...<B>बिना याचना किये सूर्य नारायण संसार में प्रकाश का दान करते है। चंद्रमा कुमुदिनी को उज्जवलता प्रदान करता है। कोई प्रार्थना नहीं करता तब भी बादल वर्षा कर देते हैं। उसी प्रकार सहृदय मनुष्य स्वयं ही बिना किसी दिखावे के दूसरों की सहायता करने के लिये तत्पर रहते हैं।</B><BR/>बहुत सुंदर श्लोक और सरल-सहज-सटीक व्याख्या के लिए धन्यवाद!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3745339968896356639.post-75555327232828627902008-10-21T17:54:00.000+05:302008-10-21T17:54:00.000+05:30एकदम सीधी सच्ची बात कही आपने.बहुत ही सही कहा.अधिका...एकदम सीधी सच्ची बात कही आपने.बहुत ही सही कहा.अधिकांशतः सेवा ,निःस्वार्थ सेवा भाव से नही बल्कि प्रचार के लिए ही करते हैं.<BR/>बहुत ही सुंदर बात कही आपने.आभार.रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3745339968896356639.post-15582111104822055872008-10-21T17:16:00.000+05:302008-10-21T17:16:00.000+05:30बधाईबधाईsumansourabh.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/08562399035985942548noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3745339968896356639.post-54674116644498990462008-10-21T10:38:00.000+05:302008-10-21T10:38:00.000+05:30काश आजके लोग भर्तृहरि का अध्ययन करते. आप निश्चय ही...काश आजके लोग भर्तृहरि का अध्ययन करते. आप निश्चय ही बधाई के पात्र हैं.<BR/>स्नेह सहित <BR/>शैलेश ज़ैदीयुग-विमर्शhttps://www.blogger.com/profile/05741869396605006292noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3745339968896356639.post-80589359325545729782008-10-21T10:17:00.000+05:302008-10-21T10:17:00.000+05:30दीपक भाई,आपने लाख टके की बात कुछ ही शब्दों में लोग...दीपक भाई,<BR/>आपने लाख टके की बात कुछ ही शब्दों में लोगों तक पहुंचा दी है। साधुवाद।Sanjeevhttps://www.blogger.com/profile/16613354300792808697noreply@blogger.com